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एशिया कप से बाहर होने के बाद अफगानिस्तान के कोच ट्रॉट बोले

एशिया कप से बाहर होने के बाद अफगानिस्तान के कोच ट्रॉट बोले – “हमें गहराई से सोचना होगा कि गलती कहाँ हुई”

एशिया कप 2025 में अफगानिस्तान टीम का सफर उम्मीदों से काफी छोटा साबित हुआ। एक समय उन्हें इस टूर्नामेंट की डार्क हॉर्स माना जा रहा था, लेकिन ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो जाना उनके खिलाड़ियों और फैन्स दोनों के लिए बड़ा झटका रहा। लगातार बांग्लादेश और श्रीलंका से हार ने उनका रास्ता यहीं खत्म कर दिया।

श्रीलंका ने ग्रुप बी के आखिरी मैच में अफगानिस्तान को छह विकेट से हराकर सुपर-4 में जगह बनाई। इस नतीजे ने बांग्लादेश को भी आगे बढ़ा दिया, जबकि अफगानिस्तान का सफर मोहम्मद नबी की तूफानी पारी के बावजूद थम गया। नबी ने सिर्फ 22 गेंदों में 60 रन जड़कर टीम को 169/8 तक पहुँचाया, लेकिन ये स्कोर भी जीत दिलाने के लिए काफी नहीं रहा।


SL vs AFG – Captains @getty

ट्रॉट का बयान – “बहुत निराशाजनक अनुभव”

मैच के बाद अफगानिस्तान के हेड कोच जोनाथन ट्रॉट ने अपनी निराशा जताते हुए कहा:

“ये हार बहुत निराशाजनक है और गले से नीचे उतारना मुश्किल है। हमें लगा था कि नबी की पारी के बाद 170 का स्कोर अच्छा है, लेकिन हमारी गेंदबाजी और फील्डिंग ने साथ नहीं दिया। इतने बेसिक एरर्स के साथ आप टूर्नामेंट में आगे नहीं बढ़ सकते।”

ट्रॉट ने माना कि पावरप्ले में खराब गेंदबाजी ने मैच की दिशा बदल दी। उन्होंने साफ कहा कि टीम बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग – तीनों विभागों में गलतियाँ दोहराती रही और यही उनकी हार की सबसे बड़ी वजह रही।


“बड़े सपनों के साथ आए थे, लेकिन…”

ट्रॉट ने आगे कहा कि टीम एशिया कप में बड़े इरादों के साथ उतरी थी।

“हम यहां बड़े सपनों के साथ आए थे। मुझे विश्वास था कि हम अच्छा कर सकते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। अब हमें बैठकर सोचना होगा कि कहाँ कमी रह गई और कैसे सुधार करना है। फरवरी में टी20 वर्ल्ड कप है, उससे पहले हमें तैयारी और मजबूत करनी होगी।”

उनका मानना है कि इस तरह की असफलताएँ कभी-कभी टीम को पुनर्गठन का मौका देती हैं और अगर गलतियों से सीखा जाए, तो भविष्य में बेहतर नतीजे मिल सकते हैं।


नावीन-उल-हक की कमी खली

ट्रॉट ने ये भी स्वीकार किया कि टीम को नावीन-उल-हक की चोट की वजह से उनकी सेवाएँ नहीं मिल पाईं और इसका असर पड़ा।

“संभव है कि अगर नावीन खेल रहे होते, तो नतीजे अलग होते। हमें अपने गेंदबाजी संसाधनों पर फिर से सोचना होगा ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति न बने।”


श्रीलंका की जीत की रणनीति – “स्पिन के खिलाफ शांत रहना”

दूसरी तरफ श्रीलंका के बल्लेबाज कुसल मेंडिस ने जीत का राज़ खोला। उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान के स्पिनर्स को लेकर पहले से ही तैयारी की गई थी।

“हमें शुरू से पता था कि वो ज्यादा ओवर स्पिन से कराएंगे। इसलिए मैंने और कुसल परेरा ने प्लान बनाया कि पहले 12 ओवर नॉर्मल खेलना है और धीरे-धीरे रनरेट बनाए रखना है। उसके बाद जब तेज गेंदबाज आएँगे, तो मौके का फायदा उठाएँगे।”

मेंडिस ने बताया कि उनकी रणनीति थी मैच को आखिरी ओवर तक ले जाना, क्योंकि उन्हें भरोसा था कि अंत में अफगानिस्तान को पेस बॉलिंग करनी ही पड़ेगी। उन्होंने माना कि अफगानिस्तान के स्पिनर्स अच्छे हैं, लेकिन धैर्य रखकर खेलने से उन पर दबाव डाला जा सकता है।


नतीजा – अफगानिस्तान को सीखने का बड़ा सबक

एशिया कप से बाहर होना अफगानिस्तान के लिए किसी सदमे से कम नहीं है। इस टीम ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी टी20 क्रिकेट की पहचान बनाई है और फैन्स को उनसे बड़ी उम्मीदें रहती हैं। लेकिन बार-बार की गलतियाँ और अनुभव की कमी ने उन्हें यहाँ पीछे धकेल दिया।

कोच ट्रॉट का यह मानना सही है कि इस तरह के झटके कभी-कभी टीम को मजबूत बनाते हैं। अगर अफगानिस्तान आने वाले वर्ल्ड कप से पहले अपनी गलतियों पर काम करता है – खासकर फील्डिंग और पावरप्ले गेंदबाजी पर – तो वे किसी भी टीम को चुनौती देने में सक्षम रहेंगे।


निष्कर्ष

अफगानिस्तान का एशिया कप 2025 सफर भले ही छोटा रहा, लेकिन इस हार से उन्हें भविष्य के लिए ढेर सारे सबक मिले। चाहे वो नावीन-उल-हक जैसे खिलाड़ियों की फिटनेस मैनेजमेंट हो, या बल्लेबाजी और गेंदबाजी की रणनीति – हर पहलू पर सुधार की गुंजाइश है।

श्रीलंका और बांग्लादेश के सुपर-4 में पहुँचने के बाद यह टूर्नामेंट और रोमांचक होगा, लेकिन अफगानिस्तान के लिए अब यह समय है गंभीर आत्ममंथन और नई शुरुआत का।

❓ FAQs – अफगानिस्तान की एशिया कप 2025 में हार पर

Q1. अफगानिस्तान एशिया कप 2025 से क्यों बाहर हुआ?
👉 अफगानिस्तान को लगातार दो हार (बांग्लादेश और श्रीलंका से) झेलनी पड़ी। खराब गेंदबाजी, फील्डिंग में गलतियाँ और पावरप्ले में रन लीक होना उनकी हार का मुख्य कारण रहा।

Q2. कोच जोनाथन ट्रॉट ने हार के बाद क्या कहा?
👉 ट्रॉट ने हार को “बहुत निराशाजनक” बताते हुए कहा कि टीम को गहराई से सोचना होगा कि कहाँ गलतियाँ हुईं। उन्होंने माना कि बेसिक एरर्स और नावीन-उल-हक की गैरमौजूदगी ने टीम को नुकसान पहुँचाया।

Q3. मोहम्मद नबी की पारी का क्या असर पड़ा?
👉 नबी ने 22 गेंदों पर 60 रन की तूफानी पारी खेली, जिससे टीम 169/8 तक पहुँची। लेकिन गेंदबाजों और फील्डरों की गलतियों ने मैच का पासा पलट दिया और यह स्कोर जीत दिलाने के लिए काफी नहीं रहा।

Q4. श्रीलंका ने अफगानिस्तान को कैसे हराया?
👉 श्रीलंका ने स्पिनर्स के खिलाफ धैर्य रखकर खेला। कुसल मेंडिस और कुसल परेरा ने शुरुआत में संभलकर खेला और बाद में तेज गेंदबाजों को निशाना बनाया। उनकी प्लानिंग ने अफगानिस्तान के गेंदबाजों को दबाव में ला दिया।

Q5. अफगानिस्तान का अगला बड़ा टूर्नामेंट कौन सा है?
👉 अब अफगानिस्तान फरवरी 2026 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी करेगा। टीम को इस हार से सीख लेकर अपनी गलतियों को सुधारने की जरूरत है।

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